कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥ अर्थ- हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम https://sparxsocial.com/story8591688/little-known-facts-about-shiv-chaisa
The Shiv chalisa in hindi Diaries
Internet 1 hour 34 minutes ago jacquesb146uus0Web Directory Categories
Web Directory Search
New Site Listings